*"ओम्"* के उच्चारण से दिमाग की *कुछ ही नसें* जागृत होती है...
जबकि
*"अजी सुन रहे हो"* सुनते ही *संपूर्ण* मस्तिष्क ही जागृत हो जाता है...
और कई बार तो रूह तक भी कांपने लगती है।
😳😜😳
जबकि
*"अजी सुन रहे हो"* सुनते ही *संपूर्ण* मस्तिष्क ही जागृत हो जाता है...
और कई बार तो रूह तक भी कांपने लगती है।
😳😜😳
0 on: " Ajee sunte ho...? "